पत्रकार स्वयं ही, स्वयं के सम्मांन को, धूल चटायेगा
तो, सम्मांन रहेगा कहाँ, है कहाँ ? यदि होता तो, स्वयं का सम्मांन रखते हुए, प्रवक्ताओ
के सम्मांन की रक्षा करते हुए, मर्यादा पूर्वक कार्यक्रम चलाते, ना कि, शोर शराबा,
टोका टाकी कर, डिस्टर्ब करते !
अर्जुन