Wednesday, 10 October 2018


यदि मैं कहूँ कि, परमधाम से, परमात्मा आये है, तो इस सत्य को, अपने को ही, सर्वश्रेष्ठ मानने वाले धर्माचार्य, धनपति, और पद के मत में चूर, अहंकारी मानव, इसे मजाक समझेंगे, मजाक उड़ाएंगे, जब यही सत्य, इनके सामने आएगा, तब ये स्वयं, मजाक बन जायेंगे ! अर्जुन   

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